दीपक छाबड़िया: स्टार प्लस और स्टार उत्सव को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले नेतृत्वकर्ता
टीवी इंडस्ट्री में नेतृत्व और रचनात्मकता का जब भी जिक्र होता है, दीपक छाबड़िया का नाम प्रमुखता से सामने आता है। उन्होंने भारतीय टेलीविजन चैनलों स्टार प्लस और स्टार उत्सव को उस मुकाम तक पहुंचाया, जहां ये न केवल दर्शकों की पहली पसंद बने बल्कि भारतीय टेलीविजन के इतिहास में नए मानक भी स्थापित किए। दीपक छाबड़िया भारतीय मीडिया इंडस्ट्री के एक अनुभवी और कुशल नेता हैं। उनके नेतृत्व में, स्टार प्लस और स्टार उत्सव ने दर्शकों की रुचि को समझते हुए कार्यक्रमों में गुणवत्ता और नवीनता लाई। छाबड़िया ने न केवल दर्शकों की पसंद का ध्यान रखा, बल्कि चैनलों की ब्रांड वैल्यू को भी मजबूत किया।
स्टार प्लस का कायापलट
स्टार प्लस भारतीय टेलीविजन का सबसे प्रतिष्ठित चैनल माना जाता है। लेकिन 2010 के दशक की शुरुआत में चैनल को एक नई पहचान की जरूरत थी। दीपक छाबड़िया ने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। उन्होंने चैनल की कंटेंट स्ट्रेटेजी में बदलाव लाते हुए ऐसे शो लॉन्च किए जो हर उम्र और वर्ग के दर्शकों को पसंद आए।दीपक छाबड़िया ने पारिवारिक ड्रामा, रोमांस और सामाजिक मुद्दों पर आधारित शो को प्राथमिकता दी।
"ये रिश्ता क्या कहलाता है" जैसे शो ने वर्षों तक दर्शकों का दिल जीता।
"अनुपमा" जैसे धारावाहिक ने पारंपरिक सोच को चुनौती दी और महिलाओं को सशक्त बनाया।
नई तकनीक और प्रोडक्शन वैल्यू उन्होंने प्रोडक्शन क्वालिटी में सुधार के साथ-साथ हाई-डेफिनिशन कंटेंट की शुरुआत की, जिससे दर्शकों का अनुभव और बेहतर हुआ। टैलेंट को बढ़ावा दीपक ने नए एक्टर्स और डायरेक्टर्स को मौका देकर टैलेंटेड व्यक्तियों को उभरने का प्लेटफॉर्म दिया।स्टार उत्सव, स्टार इंडिया का एक प्रमुख चैनल, छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। दीपक छाबड़िया ने इसे एक मजबूत क्षेत्रीय ब्रांड में तब्दील कर दिया।
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